हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मुदित है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है। दोस्तों मुझे शुरू से ही रिश्ते में चुदाई करना बहुत पसंद है और सेक्सी वीडियो भी मैं फैमिली वाली ही देखता हूँ दोस्तों इस कहानी की हिरोईन मेरी बुआ है और मैं हीरो जिसमें मैंने अपनी बुआ को चोदकर उनकी गांड को चाटकर संतुष्ट किया था, तो दोस्तों अब मैं आपका ज्यादा समय खराब ना करते हुए अपनी कहानी को आपको सुनाता हूँ।
ये बात अभी कुछ महीने पहले की है जब मैं अपनी बुआ की घर गया था भाई से मिलने के लिये लेकिन वहाँ बुआ अकेली थी तो बुआ ने मुझे रोक लिया वहाँ और हम दोनों बातें करने लगे मेरी बुआ बहुत ही सेक्सी थी, उनको देखकर किसी का भी मूठ मारने और चोदने का मन करने लगे, उनका फिगर 36-38-40 है उनकी गांड और बूब्स बहुत ही बड़े है फिर कुछ देर बात करने के बाद बुआ मेरे लिए कुछ खाने को लाने के लिए के लिये जैसे ही खड़ी होने लगी तो उनकी चींख निकल पड़ी, मैं फटाफट उनके पास गया और उन्हें संभालकर बिठाया और उनसे पूछा की क्या हुआ? तो उन्होंने बताया की उनकी कमर में दर्द है तो मैंने उनसे पूछा की कैसे हुआ? तो उन्होंने कहा की कल रात को कमर पर झटका लग गया था, मैंने पूछा की आपने मूव क्रीम लगाई है क्या? तो उन्होंने हाँ कहा की सुबह लगाई थी लेकिन अब बहुत समय हो गया है और उनका हाथ कमर तक नहीं जाता है तो मैंने इस मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें मूव क्रीम लगाने के लिए बोला, तो उन्होंने कहा की ख़तम हो गयी है सुबह, तो मैंने उनसे उनकी मालिश के लिये कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया पर बाद में दर्द के कारण वो मान गयी और मैं तेल गरम करके ले आया बुआ ने सलवार सूट पहना हुआ था और वो बेड पर उल्टी लेट गयी, मतलब उन्होंने अपनी पीठ मेरी तरफ कर दी और अपने पैर नीचे रखकर आंखें बंद करके लेट गयी थी और मैंने उनकी कमीज़ उठाकर मालिश करनी शुरू कर दी कुछ देर मालिश करने के बाद उन्हें आराम मिल रहा था और मेरे मन में उन्हें चोदने के ख़याल आने लगे, तो मैं धीरे धीरे हाथ ऊपर ले गया और देखा की बुआ ने ब्रा नहीं पहनी हुई थी।
फिर मैं मालिश के बहाने थोड़े उनके बूब्स को टच कर रहा था पर बुआ कुछ नहीं बोल रही थी, जिसके कारण मेरा लंड खड़ा हो गया था और मैं बुआ की कमर को रगड़ रहा था पर बुआ कुछ नहीं बोल रही थी, फिर मैंने अपना हाथ नीचे ले जाना शुरू कर दिया और अपना हाथ उनकी सलवार के अंदर डाला और मैंने हिम्मत करके उनसे कहा की बुआ आपकी सलवार बीच में आ रही है आप कहो तो थोड़ी नीचे कर दूँ? तो बुआ एक बार के लिए कुछ ना बोली, पर बाद में हाँ कर दी मैं तो मानो जन्नत में पहुँच गया था, उनकी ब्लैक पेंटी देखकर मेरा लंड दर्द करने लगा फिर मैंने उसे बाहर निकाल दिया और मालिश करते समय मेरा लंड उनकी कमर पर रगड़ खा रहा था, पर वो कुछ नहीं बोल रही थी फिर धीरे धीरे मैंने उनकी पेंटी भी उतार दी और उनकी गांड की मालिश करनी शुरू कर दी, कभी ऊपर तो कभी नीचे हाथ ले जाने लगा अब मैंने गांड मसलते मसलते अपनी उँगलियाँ उनकी गांड की लाइन में घुमाई पर बुआ कुछ नहीं बोल रही थी, तो मैंने अपने हाथ पर तोड़ा थूक लिया और उसे गांड की लाइन पर मलने लगा मैंने फिर बुआ से पूछा की आप कहो तो पूरे बदन की मालिश कर दूँ? तो उन्होंने हाँ कर दिया और अब वो सीधी हो गयी पीठ नीचे रखकर, आँखे बंद थी जैसे ही वो सीधी हुई मेरे आँखो के सामने उनके बूब्स और निप्पल और उनकी चूत आ गयी, जिस पर थोड़े थोड़े बाल थे और पानी रिसने लगा था, इससे देखकर मेरा लंड और मोटा हो गया और मैंने बुआ के बूब्स मसलने शुरू कर दिए और निप्पलो को भी मसल रहा था इस बीच बुआ की आँख खुली तो मैं डर गया और अपना लंड अंदर डालने लगा था की बुआ ने मुझे देखकर बोला की रहने दो तुम्हें दर्द होगा अब ये तुम्हारी पेंट के अंदर नहीं मेरी चूत के अंदर जायेगा ये सुनकर तो मैं मानो जन्नत में था, मैंने अपना लंड बाहर निकाला और बुआ ने जैसे ही मेरा लंड देखा तो बोली अरे इतना बड़ा ये तो मेरे पूरा अंदर तक गड्डा कर देगा मेरी चूत में और बुआ ने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा और उसको मसलने लगी और उसे चूसने लगी।
बुआ इतना बढ़िया लंड चूस रही थी जैसे वो रंडी हो मैं भी बुआ का मुहँ पकड़कर चोद रहा था काफ़ी देर चूसने के बाद मैंने अपना माल बुआ के मुहँ में ही निकाल दिया और बुआ सारा माल पी गयी और कुछ मुहँ से बाहर आ गया तो वो मुझे कहने लगी की क्या बात है मुदित लगता है काफ़ी माल इक्कठा कर रखा था अपनी बुआ के लिए, इसके बाद हम दोनों किस करने लगे और मैं साथ साथ उनकी गांड को मसल रहा था हम दोनों अपनी पोजीशन चेंज कर रहे थे और फिर मैंने अपने मुहँ में उनकी निप्पल डाल दी और उसे चूसने लगा और दूसरे बूब्स को मसल रहा था की इसी बीच मैंने उनकी निप्पलो को काटा तो वो चींख पड़ी, और बोली की आराम से कहीं दूध के तैलीयां फट ना जाए फिर मैं बुआ को चूसते चूसते नीचे तक गया और उनकी नाभि में अपनी जीभ घूमाने लगा और फिर आख़िर में, मैं बुआ की चूत पर अपना मुहँ ले गया और अपनी जीभ बुआ की चूत में डाल दी और घूमाने लगा। बुआ सिसकियां भर रही थी ओह.. आहह… उम्म्म.. और बुआ ने मेरा सर अंदर की तरफ और दबाया और बुआ झड़ गयी और मैंने बुआ का सारा पानी पी लिया, कसम से दोस्तों ऐसा स्वाद पूरी ज़िंदगी में किसी का ना होगा। फिर मैंने बुआ की चूत में ऊँगली करनी शुरू कर दी और पूरी स्पीड में उँगलियाँ अंदर बाहर कर रहा था, बाद में बुआ ने वो उँगलियाँ चाट ली और बोली अब और मत तड़पा और डाल दे अपने लंड को और फाड़ दे मेरी फुददी को। दोस्तों यह सेक्स स्टोरी आप कामलीला डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
ये सुनते ही मैंने अपने लंड पर थोड़ी थूक लगाई और चूत में डाल दिया और धक्के लगाना शुरू कर दिया बुआ आवाज़ निकाल रही थी उफफ़.. ऐसे ही चोद और ज़ोर से फाड़ दे मेरी फुददी को, उनकी बातें सुनकर मैंने अपनी स्पीड बड़ाई और कुछ देर चोदने के बाद उन्होंने अपनी पोज़िशन बदली, अब मैं लेट गया और बुआ मेरे लंड के ऊपर आकर बैठ गयी और चुदने लगी, मैं भी ज़ोर ज़ोर से नीचे से धक्के लगाने लगा और फिर बुआ घोड़ी बन गयी और मैंने उन्हें पीछे से चोदना शुरू कर दिया, बुआ सिसकियां भर रही थी ओह… चोद और ज़ोर से चोद इस तड़पती हुई चूत को आहह… ओह.. इस बीच बुआ दो बार झड़ गयी, लेकिन मैं अभी तक नहीं झड़ा था और फिर अब मैंने बुआ को सीधा लेटा दिया और उनकी चूत के अंदर लंड डालकर उनकी ठुकाई शुरू कर दी, काफ़ी देर चोदने के बाद मैं भी झड़ने वाला था तो बुआ बोली की चूत में ही छोड़ दे अपना पानी, मैंने कहा की आप प्रेग्नेन्ट हो जाओगी, तो उन्होंने कहा की कोई नहीं मैं गोली लेकर खा लूँगी, मेरे मुहँ ने तेरे माल का स्वाद चख लिया है अब चूत को भी चखने दे, फिर बुआ को ठोकते ठोकते मैंने बुआ की चूत में ही अपना गरम गरम वीर्य छोड़ दिया, फिर हम दोनों उसी पोज़िशन में लेटे रहे और एक दूसरे को किस करने लगे, बाद में बुआ बोली की वाह रे तू तो बहुत अच्छा चोदता है आज तक इससे बड़िया चुदाई नहीं हुई मेरी, क्या तू मुझे रोज़ चोदेगा?
ये सुनकर में खुश हो गया और मैंने कहा क्यों नहीं आखिर तुम मेरी चुदक्कड बुआ हो पर एक शर्त पर, वो बोली क्या? तो मैं बोला की पहले अभी आपको अपनी गांड मरवानी होगी तो बुआ बोली आज नहीं फिर कभी, मैंने कभी गांड नहीं मरवाई तो दर्द काफ़ी होगा और आज वैसे भी काफ़ी दिनों के बाद चूत मरवाई है और अब तेरे पास भी माल खत्म हो गया होगा तो मैं उनकी बात को सुनकर हँसने लगा और मैं मान गया पर मैंने उन्हें उनकी गांड चटवाने के लिए मना लिया और मैं उनकी गांड को चाटने लग गया उनकी गांड का अलग ही स्वाद था और वो फिर से मेरे लंड को मसलने लगी थी, उसके बाद हम दोनों किस करने लगे और नंगे ही एक दूसरे से लिपटकर सो गये।
धन्यवाद…